स्पॉट मेमो, गूगल फोटो ग्राफ्स के साथ तीन दिन में रिपोर्ट किया जाए पेश: एसडीएम
असंतुष्ट प्रार्थना पत्र की जांच करने के लिए बनाई 20 टीमें, जिस क्षेत्र की जांच उस क्षेत्र का लेखपाल कानूनगो नहीं करेगा जांच:एसडीएम
फरियादी के प्रार्थना पत्र के अनुरूप किया जाए जांच, उसी के आधार पर बनाया जाए रिपोर्ट:एसडीएम
प्रार्थना पत्र में उल्लेख कुछ और रिपोर्ट में कुछ और यह नहीं चलेगा मनमानी: एसडीएम
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गोरखपुर। एसडीएम सदर ने कानूनगो के साथ की बैठक कर कड़ा निर्देश दिया। जिसे सुनकर अधिकारियों कर्मचारियों के पसीने छूटे। उन्होंने कहा कि कड़ाई से आदेश का हो जाए अनुपालन तो फरियादियों के समस्याओं का शत प्रतिशत हो जाएगा निराकरण।जनसुनवाई या मुख्यमंत्री पोर्टल पर आए प्रार्थना पत्रों के असंतुष्ट प्रार्थना पत्रों के निस्तारण के लिए एसडीएम सदर ने बनाया तीन सदस्यीय 20 टीमें। आज तहसील सदर सभागार में एसडीएम सदर रोहित मौर्य की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई बैठक में एसडीएम सदर ने कानूनगो को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी प्रकार का रिपोर्ट खानापूर्ति पूरा कर नहीं आना चाहिए। लेखपाल अपनी रिपोर्ट स्पॉट मेमो गूगल फोटोग्राफ के साथ कानूनगो के पास प्रस्तुत करेगा। उस स्पॉट मेमो,गूगल फोटोग्राफ की जांच कानूनगो स्वयं फोटोग्राफ्स स्थल पर पहुंचकर जांच करने के बाद संबंधित को प्रेषित करेंगे। फरियादी द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर ही जांच किया जाएगा और उसी के आधार पर रिपोर्ट आगे प्रस्तुत की जाएगी। फरियादी द्वारा मौखिक के आधार पर रिपोर्ट या जांच नहीं होगी। जिन बिंदुओं पर फरियादी द्वारा प्रार्थना पत्र दिया जा रहा है, उन्हें उन्हीं बिंदुओं पर जांच कर आगे प्रेषित की जाएगी। वह भी तीन दिन के अंदर स्पॉट मेमो गूगल फोटोग्राफ के साथ । फरियादियों द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्रों या मुख्यमंत्री पोर्टल पर आए हुए प्रार्थना पत्रों के असंतुष्ट प्रार्थना पत्रों की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय 20 टीमें एसडीएम सदर रोहित मौर्या ने तत्काल गठित कर दिया। प्रत्येक टीम में एक कानूनगो दो लेखपाल अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपनी- अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। जिस क्षेत्र का प्रार्थना पत्र है। उस क्षेत्र का कानूनगो व लेखपाल जांच नहीं करेगा। दूसरे क्षेत्र का लेखपाल व कानूनगो जांच करेंगे। स्पॉट मेमो और गूगल फोटोग्राफ्स के साथ अगर जरूरत पड़ा तो आए हुए जांच को नायब तहसीलदार और तहसीलदार से जांच कराया जाएगा। वह भी पूरी जांच 3 दिन के अंदर स्पॉटमेमो गूगल फोटोग्राफ्स के साथ चाहिए। किसी भी कानूनगो और लेखपाल द्वारा किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस आदेश के बाद अपनी मनमर्जी करने वाले लेखपाल कानूनगो के हाथ पांव फूल गए हैं। अब देखना है कि इस आदेश का कितनी कड़ाई से पालन कराया जाता है या आदेश हवा हवाई रह जाता है। अगर आदेश को अमली जामा पहना दिया जाएगा तो फरियादियों की समस्याओं का निराकरण शत प्रतिशत होना स्वाभाविक है। बैठक में प्रमुख रूप से एसडीएम सदर रोहित मौर्या तहसीलदार सदर ज्ञान प्रताप सिंह नायब तहसीलदार देवेंद्र यादव नायब तहसीलदार आकांक्षा पासवान नायब तहसीलदार जाकिर हुसैन नायब तहसीलदार नीरू सिंह नायब तहसीलदार महराजगंज /अटैच गोडधोइया नाला प्रद्युमन सिंह सहित सभी कानूनगो मौजूद रहे।