बाबा साहब के सपनों को साकार करने की दिशा में सशक्त भारत की ओर बढ़ता देश-पंडित राम कृष्ण द्विवेदी
पूर्वा टाइम्स सत्य प्रकाश यादव

खजनी गोरखपुर।आज भारत धर्म, जाति, भाषा और प्रांत से ऊपर उठकर “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की संकल्पना को साकार कर रहा है आइए हम सब मिलकर बाबा साहब के दिखाए रास्ते पर चलें और भारत को एक सक्षम, सशक्त, समृद्ध और समरस राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें। भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के 135वें जन्मोत्सव के पावन अवसर पर पंडित राम कृष्ण द्विवेदी ने खलीलाबाद अंबेडकर चौक पर पहुंचकर उनके प्रतिमा पर गहरी श्रद्धा प्रगट कर नमन किया। पंडित जी ने बाबा साहब के योगदान को याद करते हुए कहा कि डॉ. बाबा साहब ने हमें समानता, न्याय और सामाजिक समरसता का मार्ग दिखाया ओर उनका जीवन समग्र समाज के उत्थान, विकास और कल्याण के लिए समर्पित रहा। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के सबसे कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। उनकी वैचारिक लड़ाई थी कि हर व्यक्ति को बराबरी का हक मिले, सम्मान मिले। आज उनके विचार और संघर्ष देश के आम जनमानस के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। वर्तमान युवा पीढ़ी डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को अपना आदर्श मानकर समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठा रही है और एक स्वस्थ, समरस समाज की स्थापना में योगदान दे रही है। डॉ. भीमराव अंबेडकर जी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर हम सभी भारतीयों का दायित्व है कि अपने भारत को सक्षम, सशक्त, समृद्ध और सबल राष्ट्र के रूप में स्थापित करें। उन्होंने एक ऐसे भारत की परिकल्पना की थी, जो समरसता, समानता और न्याय की भावना से ओत-प्रोत हो।
साथ ही उन्होंने बताया कि बाबा साहब न केवल भारतीय संविधान के निर्माता थे, बल्कि वे “सशक्त भारत – समृद्ध भारत – समर्थ भारत” की अवधारणा के भी प्रणेता थे। उनका सपना था कि भारत में रहने वाला हर नागरिक अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पूरी निष्ठा से पालन करे और देश को सर्वस्पर्शी तथा सर्वव्यापी बनाए। पंडित जी ने कहा,”आज नया भारत धर्म, जाति, भाषा और प्रांत से ऊपर उठकर “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की संकल्पना को साकार कर रहा है। बाबा साहब के सपनों को यथार्थ में परिणत करने हेतु कृतसंकल्पित है। आइए, हम सब मिलकर बाबा साहब के दिखाए रास्ते पर चलें और भारत को एक सक्षम, सशक्त, समृद्ध और समरस राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें।