प्रोफेसर हेमंत शर्मा ने की विश्वविद्यालय के केंद्रीय ग्रंथालय में हो रहे कार्यों की प्रशंसा
पूर्वा टाइम्स समाचार
गोरखपुर । प्रो० हेमन्त शर्मा, अधिष्ठाता कला संकाय, विभाग अध्यक्ष पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग और निदेशक दूरस्थ शिक्षा, जीवाजी विश्व विद्यालय ग्वालियर (मध्य प्रदेश) ने अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान आज केन्द्रीय ग्रंथालय, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर का शैक्षिक भ्रमण किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ० बिभाष कुमार मिश्रा ने प्रो० शर्मा का आत्मीय स्वागत किया तथा उन्हें पुस्तकालय की वर्तमान कार्यप्रणाली, संग्रह, सेवाएँ एवं नवाचारों की विस्तृत जानकारी दी।
प्रो० शर्मा ने ग्रंथालय के विभिन्न अनुभागों – संदर्भ कक्ष, शोध एवं अनुसंधान अनुभाग, ई-संसाधन कक्ष, पठन कक्ष एवं विशेष संग्रह आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ की सुव्यवस्थित संरचना, पाठक-केंद्रित सेवाओं तथा डिजिटल संसाधनों के प्रभावी उपयोग की सराहना की। यहां ग्रंथालय के माध्यम से हो रही अकादमिक गतिविधियों जैसे वेबिनार/सेमिनार विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कि उन्होंने भूरी भूरी प्रशंसा की।
इस अवसर पर उन्होंने सुझाव दिया कि ग्रंथालय को और अधिक डिजिटल रूपांतरण की दिशा में अग्रसर करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सेवाओं, डिजिटल हेरिटेज आर्काइव्स और स्मार्ट लाइब्रेरी इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी अपनाया जा सकता है, जिससे यह ग्रंथालय राष्ट्रीय स्तर पर एक आदर्श उदाहरण बन सके।
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि डॉ बिभाष मिश्रा ने मुझे बताया कि यह संपूर्ण प्रगति कुलपति प्रो० पूनम टंडन के दूरदर्शी नेतृत्व और संरक्षण के अंतर्गत संभव हो सकी है, जिनकी सतत प्रेरणा, शैक्षणिक दृष्टिकोण एवं नवाचारों के प्रति प्रतिबद्धता के फलस्वरूप केन्द्रीय ग्रंथालय गुणवत्ता, आधुनिकता और समर्पण के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। प्रो० टंडन के संरक्षण में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय का केंद्रीय ग्रंथालय एक नॉलेज हब के रूप में विकसित हो रहा है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप विकसित भारत 2047 की संकल्पना को मूर्त रूप देने में सहायक सिद्ध हो रहा है।
भ्रमण के अंत में प्रो. हेमन्त शर्मा ने ग्रंथालय की संग्रह समृद्धि, सेवाओं की गुणवत्ता, तथा इसके सुचारु संचालन में सक्रिय भूमिका निभा रहे महायोगी गुरु श्रीगोरक्षनाथ शोध पीठ के डॉ. मनोज द्विवेदी, ग्रंथालय के प्रोग्रामर कम सिस्टम इंचार्ज राकेश मिश्रा, सच्चिदानंद पाण्डेय, महेन्द्र कुमार सिंह, योगेन्द्र यादव, सीमा प्रयाग चौधरी सहित सभी कर्मठ पुस्तकालय कर्मियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की तथा भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक सहयोग की आशा व्यक्त की।